पुलिस के विरुद्ध चाकघाट व्यापारियों ने बंद रखी दुकानें।

चाकघाट नगर में पुलिस अत्याचार एवं पुलिस के द्वारा मारपीट करके की जा रही अवैध वसूली के विरोध में आज 17अगस्त को नगर बंद रहा। नगर के छोटे बड़े सभी दुकानें बंद थी। नगर बंद का आवाहन चाकघाट व्यापार मंडल के द्वारा आहूत की गई एक बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार बाजार बंद रखा गया। व्यापार का घर व्यापार मंडल के अध्यक्ष मुकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पुलिस के बढ़ते अत्याचार को लेकर हनुमान मंदिर में व्यापार मंडल की बैठक की गई जिसमें व्यापार मंडल के धीरज केशरवानी, संजय केसरवानी, अरुण केसरवानी, रामशरण, अजय सोंधिया, शारदा प्रसाद, संतोष जैन, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष अलखनारायण केशरवानी, व्यापारी प्रकोष्ठ के सहसंयोजक सतीश केसरवानी, पूर्व पार्षद उमाशंकर केसरवानी, मुकेश गुप्त, जगदंबा प्रसाद, राकेश कुमार गुप्ता बबलू, मुन्नालाल केसरवानी, पार्षद दिनकर सिंह, पार्षद मिथिलेश सिंह, पार्षद सत्यम केसरवानी, सहित अनेक व्यापारियों की उपस्थिति प्रमुख रही। चाकघाट व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश कुमार गुप्ता के अनुसार व्यापारियों ने स्वेच्छा से दुकान बंद रखने का निर्णय लिया। जिसके तहत आज 17 अगस्त को नगर का व्यापार दुकानबंद रहा। बजर बंदी के समय त्योंथर क्षेत्र के विधायक सिद्धार्थ तिवारी राज भी चाकघाट में आकर व्यापारियों से चर्चा की एवं पुलिस अत्याचार की बात सुनकर कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस दौरान नगर परिषद के अध्यक्ष विभव कुमार जायसवाल, अलख नारायण केसरवानी, धीरज,राकेश कुमार गुप्ता, अशोक कुमार गुप्ता गोलू, मुकेश कुमार गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।बाजार बंद के दौरान ही भाजपा के नेता कौशलेश तिवारी तिवारी लाल की अगुवाई में तिरंगा यात्रा भी निकल गई जिसमें नगर एवं क्षेत्र के लोग सम्मिलित होकर तिरंगा यात्रा में शहीदों को याद किया।
पुलिस के विरुद्ध चाकघाट व्यापारी ;-
आगमन के पश्चात विभिन्न समारोहों में उ;न्हें सम्मानित किया जाता रहा। किन्तु घनश्याम मिश्रा के विरुद्ध अचानक विरोध इतना तेज हुआ कि चाकघाट नगर की दुकान बन्द रही। इस बार नगर बंड का आवाहन लगभग तीन दसक के बाद पहली बार किया गया है। हालांकि चाकघाट में पुलिस के विरोध में व्यापारियों ने इधर तीन दशक से बाजार बंद नहीं किया था।यह पहला अवसर है जब पुलिस के विरुद्ध व्यापारी लामबंद होकर नगर बंद रखा। अचानक से पुलिस विरोध का जो मुद्दा सामने आया उसमें आरोप है कि चाकघाट के राधेश्याम सोनी नामक व्यक्ति जो सोने चांदी की दुकान उत्तर प्रदेश की सीमा नारीबारी में चलते हैं उन्हें पुलिस पकड़ ले आई।उन्हे मारा पीटा और उनसे एक मोटी रकम वसूल की गई,और उन्हें बाद में छोड़ दिया गया। आरोप में कहा जाता है कि पुलिस उत्तर प्रदेश के कई लोगों को चाकघाट ले आई और थाना प्रभारी अपने निजी कक्ष में उन सब से मोटी रकम की मांग की इसके लिए उन्हें मारा पीटा गया तथा किसी मामले में पहले से पकड़े गए अभियुक्त से कहलवाया जा रहा था की इन लोगों पर चोरी का माल खरीदने का
की बात कबूल करो। राधेश्याम सोनी पुलिस के मार से बचने एवं फर्जी मुकदमों में बचने के लिए मोटी रकम दी और बाहर आकर अपनी बीती व्यापार मंडल के लोगों को बताया। व्यापार मंडल के अध्यक्ष मुकेश गुप्त एवं उनके अन्य पदाधिकारी के साथ राधेश्याम रीवा जाकर पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई तथा रीवा में सोशल मीडिया से जुड़े कुछ लोगों से सोशल मीडिया पर अपनी आप बीती सुनाई। जिसे मोबाइल पर प्रचारित किया जाना लगा। उसके दूसरे ही दिन चाकघाट में एक सोशल मीडिया के कथित पत्रकार को वह अपना बयान दे रहा था तभी चाकघाट थाना पुलिस के सहयोग से नईगढ़ी
की पुलिस राधेश्याम को पकड़ ले गई जिसकी न तो उनके घर वालों को सूचना दी गई और न ही किसी वारंट की चर्चा की गई पुलिस द्वारा जिस ढंग से उसे पकड़ा गया उससे नागरिकों का आक्रोश और बढ़ गया और उसी दन हनुमान मंदिर परिसर में चाकघाट व्यापार मंडल की बैठक में नगर बंद का निर्णय लिया गया जिसके साथ आज नगर बंद रहा। चाकघाट व्यापार मंडल के अध्यक्ष मुकेश कुमार गुप्ता ने बाजार बंद को पूर्ण सफल बताया तथा व्यापारियों के प्रति आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि यदि पुलिस का अत्याचार बंद नहीं होगा तो यह आंदोलन आगे भी चलेगा।
इधर-उधर पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित एक खबर में बताया है कि राधेश्याम सोनी कई मामलों में वांछित था जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की है। हालांकि समूचे मामले में पुलिस विभाग के किसी बच्चे अधिकारी का अब तक कोई बयान नहीं आया है।
