आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर द्वितीय आजादी के योद्धाओं का होगा सम्मान

समाजसेवियों, पत्रकारों, साहित्यकारों, कलाकारों के बाद इस वर्ष कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम में मीसाबंदियों को किया जायेगा सम्मानित
69 वर्ष के अपने जीवन में 52 वर्ष समूचे समाज की सेवा में समर्पित करने वाले वरिष्ठ समाजसेवी एवं मीसाबंदी सुभाष श्रीवास्तव के 69वें जन्मदिन पर इस वर्ष "69 मीसाबंदियों का सम्मान समारोह" आयोजित किया जाएगा! 15 अगस्त 1947 को प्रथम आजादी की लड़ाई समाप्त हुई और देश आजाद हुआ लेकिन 25 जून 1975 को इस देश में तात्कलीन हुकूमत ने आपातकाल लगा कर लोकतंत्र का खात्मा करने की साजिश की थी! जिसे दूसरी आजादी की लड़ाई कहा जाता है! उस दौर में लोकतंत्र के रक्षार्थ " मेंटेनेन्स ऑफ़ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट " यानि मीसा कानून के तहत जो मीसाबंदी क्रांतिकारिता के साथ डेढ़ वर्ष जेल की सीकचों में रहे, ऐसे विंध्य क्षेत्र के आपातकाल के योद्धाओं का सम्मान समारोह आगामी 29 जुलाई 2025 को दोपहर 2 बजे से, स्थानीय कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा! आपातकाल एवं जयप्रकाश नारायण के सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन के 50 वर्ष पूर्ण होने पर ये कार्यक्रम शहर के सर्व सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित होगा!
उक्त आशय की जानकारी देने हेतु सर्व सामाजिक संगठन द्वारा स्थानीय कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया! जिसको प्रमुख रूप से शहीद भगत सिंह सेवा समिति के अध्यक्ष सुजीत द्विवेदी, युवा समाजसेवी अविराज, रीजनल एनवायरमेंट एण्ड ह्यूमेनिटी आर्गनाइजेशन की अध्यक्ष ममता मिश्रा, युवा एकता कल्याण संघ के अध्यक्ष राजराखन पटेल, साईंशा सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष साकेत श्रीवास्तव, प्रयास रक्तदान सेवा संगठन के अध्यक्ष अवनीश तिवारी, अभिशौर ग्रुप के प्रमुख अभिषेक सिंह, युवा समाजसेवी शुभम सिंह एवं युवा समाजसेवी सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने सम्बोधित किया!
पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने बताया कि आज से ठीक 50 साल पहले लोकनायक जयप्रकाश के सम्पूर्ण क्रांति के आंदोलन और इंदिरा गाँधी को कोर्ट और वोट में हराने वाले राजनारायण के कारण, देश में बने माहौल के बाद जब तात्कलीन हुकूमत द्वारा इस देश में 25 जून को आपातकाल लगाया गया तो उस समय अभिव्यक्ति के प्रत्येक साधनों पर रोक लगा दी गयी! प्रेस में सेंसरशिप लगा दी गयी! हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट का अस्तित्व नगण्य हो गया! उस दौर में लोकतंत्र सेनानियों ने अपनी जवानी होम करते हुए लोकतंत्र की हिफाजत की! उनके संघर्ष, बलिदान और तप को नमन करने के उद्देश्य से "मीसाबंदी सम्मान समारोह" का आयोजन किया जा रहा है! जिसमें रीवा के अलावा सीधी, शहडोल एवं सतना के मीसाबंदियों का आगमन एवं सम्मान होगा! जो मीसाबंदी जीवित है उनके सम्मान के साथ ही जो अब इस दुनिया में नहीं है उनको मरणोपरांत सम्मानित किया जाएगा, उनके परिवार जन उस सम्मान को ग्रहण करेंगें!
उक्त कार्यक्रम में शहर के जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, साहित्यकार, संगीतकार, पत्रकार, छायाकार, शिक्षाविद, चिकित्सक गण, अधिवक्ता गण, रंगकर्मी और बौद्धिक वर्ग सहित विभिन्न क्षेत्रों के महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहेंगे!
विदित हो कि मीसाबंदी सुभाष श्रीवास्तव के जन्मदिन पर आयोजनों का ये सिलसिला विगत 7 वर्षों से जारी है! गत वर्षों में 65वें जन्मदिन पर 65 कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया गया था! 66वें जन्मदिन पर 66 मीडियाकर्मियों को सम्मानित किया गया! 67वें जन्मदिन पर 67 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया! 68वें जन्मदिन पर 68 कलाकारों का सम्मान किया गया! उसी क्रम में इस वर्ष 69वें जन्मदिन पर 69 मीसाबंदियों को सम्मानित किया जायेगा!
