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ब्यौहारी क्षेत्र में प्रसूताओं को नहीं मिल रही शासकीय वाहनों की सुविधा,प्रसूता को घर जाने के लिए नहीं मिली जननी एक्सप्रेस, ट्रैक्टर में ले जाना पड़ा जबकि जिले में 15 जननी एक्सप्रेस संचालित ;

जुनैद खान junaidkhanvindhyasatta@gmail.com अगस्त 23, 2025 01:12 PM   City:शहडोल

 ब्यौहारी विकासखंड में बीते कुछ दिनों से स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो गई हैं। आए दिन प्रसूताओं को लेकर ग्रामीण परेशान होते देखे जाते हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर हर महीने लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी ग्रामीणों को जननी एक्सप्रेस की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। कभी निजी वाहन तो कभी खाट की डोली से प्रसूताओं को अस्पताल तक ले जाने की मजबूरी बनती है। ताजा मामला पपौंध के निपनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से सामने आया आया है। जहां प्रसव होने के बाद एक प्रसूता को वापस घर जाने की लिए जननी एक्सप्रेस की सुविधा से नहीं मिल पाने से परिजनों को ट्रैक्टर से ले जाने की मजबूरी बनी। ट्रैक्टर प्रसूता को ले जाने का वीडियो स्थानीय ग्रामीणों ने बना लिया जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वहीं जिम्मेंदार अब लापरवाही पर पर्दा डालने के लिए स्थानीय लोकेशन पर जननी एक्सप्रेस की उपलब्धता नहीं होना बता रहे हैं।

 यह है पूरा मामला ,

निपनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दो दिन पहले सीता कोल पति रामप्रमोद कोल निवासी निपनिया को प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था। महिला का सुरक्षित प्रसव होने के बाद बुधवार की सुबह 11 बजे चिकित्सकों ने छुट्टी दे दी। परिजनों ने घर जाने के लिए जननी वाहन को सूचित किया, लेकिन लोकल नेटवर्क में वाहन उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें वाहन की सुविधा नहीं मिल सकी। इसके बाद परिजन ट्रैक्टर लेकर अस्पताल पहुंचे और प्रसूता को घर ले गए। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि जननी एक्सप्रेस किन कारणों से नहीं पहुंची इसकी जानकारी नहीं है, प्रसूता को छुट्टी के बाद ट्रैक्टर से परिजन ले गए।

प्रसूता को घर जाने के लिए नहीं मिली जननी एक्सप्रेस, ट्रैक्टर में ले जाना पड़ा ;-

 जिले में 15 जननी एक्सप्रेस संचालित 

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में प्रसव पीड़िताओं के लिए 15 जननी एक्सप्रेस संचालित की जा रही हैं। इसमें बुढ़ार में 1,निपनिया में 1, ब्यौहारी में 1, जयहिंसनगर में 2, में 2,में 1, अमझोर में 1, बुढ़वा में 1, गोहपारू में 1 व लफदा में 1 जननी एक्सप्रेस संचालित की जा रही है। इसी प्रकार जिले में 2 एएलसी एवं 14 बीएलसी 108 वाहन संचालित किए जा रहे हैं। जिला चिकित्सालय में 2, केशवाही में 1, जैतपुर में 1, सिंहपुर में 1, अमरहा 

 इनका कहना है ,

कई बार एक ही साथ दो-दो केस आने के कारण प्रसूताओं को जननी एक्सप्रेस की सुविधा नहीं मिल पाती है। सबसे पहले गंभीर प्रसूताओं को वाहन की प्राथमिकता दी जाती है। लोकल नेटवर्क में वाहन उपलब्ध नहीं होने के कारण समय लगता है, जिसके कारण परिजन स्वयं के वाहन से ले जाते हैं।

 डॉ. राजेश मिश्रा, सीएमएचओ जिला शहडोल ;-

 इसके पहले भी सामने आ चुके हैं मामले,

 1 ,31 जुलाई को पपौंध के ग्राम बरा बघेलहा में एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन नाव से नदी पार कराकर सड़क तक लेकर आए, इसके बाद समय पर एम्बुलेंस की सुविधा नहीं मिली तो निजी वाहन से लेकर निपनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचे। इस दौरान परिजनों ने बताया था कि एम्बुलेंस चालक वाहन कीचड़ पर फंसने के कारण नदी किनारे तक लेकर आने को तैयार नहीं था, जबकि परिजन उसे एक वैन के सहारे उसी रास्ते से अस्पताल लेकर पहुंचे थे।

 2 ,ब्यौहारी के बुढ़वा गांव से 26 जुलाई को एक प्रसव पीड़िता को परिजन खाट की डोली में बिठाकर बुढ़वा स्वास्थ्य केन्द्र तक ले जाने को मजबूर हुए थे। यह वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। बताया गया था कि गांव में में सड़क व अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव होने के कारण महिला को खाट में बैठाकर ले जाने की मजबूरी बनी थी। लगातार सामने आ रहे मामले के बाद भी क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार नहीं हो पा रहा है।