रीवा में किसानों का हंगामा : बकाया भुगतान और खाद संकट को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव।

धान खरीदी में बकाया भुगतान और खाद संकट को लेकर किसानों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के बैनर तले बड़ी संख्या में किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे और जमकर नारेबाज़ी करते हुए कार्यालय का घेराव किया।
किसानों ने आरोप लगाया कि सेवा सहकारी समिति बीड़ा क्रमांक-2 में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान 63 किसानों से 5077 क्विंटल धान खरीदा गया था, जिसकी कुल राशि एक करोड़ 28 लाख रुपए अब तक भुगतान नहीं की गई। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुग्रीव सिंह ने कहा कि धान खरीदी के बाद किसानों को समय पर भुगतान न होना सीधा भ्रष्टाचार का मामला है। इसके पूर्व भी 07 जुलाई 2025 को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसके बाद 45 दिनों के भीतर भुगतान का आश्वासन दिया गया था। लेकिन तय समय बीत जाने के बाद भी किसानों को उनकी मेहनत की कमाई नहीं मिली।
इधर, किसानों ने खाद संकट का मुद्दा भी उठाया। उनका कहना है कि जरूरतमंद किसान रातभर लाइन में खड़े रहते हैं, लेकिन खाद उपलब्ध नहीं हो रही। इस दोहरी मार से परेशान होकर किसानों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही बकाया भुगतान और खाद की व्यवस्था नहीं की गई तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे।
नेताओं ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन ;-
भाकियू नेताओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए साफ कहा कि यदि सात दिन के भीतर किसानों का बकाया भुगतान नहीं हुआ तो आंदोलन तेज़ किया जाएगा। किसानों ने यहां तक मांग की कि या तो उनका भुगतान किया जाए या फिर उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।
इस प्रदर्शन में भाकियू के जिला अध्यक्ष सुग्रीव सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव समेत बड़ी संख्या में किसान शामिल रहे। आंदोलन के दौरान प्रशासनिक अमले को भी मौके पर मौजूद रहना पड़ा।
