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मंनगवा में किसानों को यूरिया खाद वितरण में झेलना पड़ रहा है परेशानी पेयजल और छाया की व्यवस्था न होने से किसानों में मची है तबाही ;

मनीष मिश्रा manishvindhyasatta@gmail.com सितम्बर 08, 2025 12:20 PM   City:रीवा

 प्रदेश में यूरिया खाद के संकट को लेकर किसानों में काफी आक्रोश का माहौल देखा जा रहा है जगह-जगह धरना प्रदर्शन देखने को मिल रहा है किसने की यूरिया खाद उपलब्ध न होने के कारण फासले चौपट धान की हो रही है मंनगवा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत इफको की बाजार फर्टिलाइजर में 4 हजार यूरिया खाद का रैंक उपलब्ध हुआ है इसी तरह टिकुरा गंगेव समितियां में भी खाद भेजा गया है वितरण व्यवस्था पर सवालिया निशान उठने लगा है एसडीम संजय जैन अपने दलबल के साथ की बाजार इफको फर्टिलाइजर गोदाम में पहुंचकर वहां की व्यवस्था का जायजा लिया किंतु गोदाम प्रबंधक की लापरवाही जम के उजागर हुई है ना तो छाया की व्यवस्था है और ना ही पानी की व्यवस्था कड़ी धूप में किसान पसीना पसीना हो रहा है यह भी देखने को मिला है कि 1202 का में से 1000 टोकन किसानों को वितरित किया गया है 202 टोकन छुपा लिया गया है प्रति किसान को तीन बोरी यूरिया खाद विपरीत करवाया जा रहा है 400 किसानों को वितरण करवाया गया है 600 किसानों को अगले दिन वितरण के संबंध में अलाउंस करवाया गया है किंतु अव्यवस्था के साए पर किसानों को पुलिस के मौजूदगी के बीच वितरण व्यवस्था सुनिश्चित किया गया है वितरण व्यवस्था के दौरान दूर दराज के किसान रीवा गोविंदगढ़ सेमारिया बैकुंठपुर रघुनाथगंज गंगेव चंदेह मिसिरगवा जारहा पारासी तेंदुआ गढ़ कटरा लाल गांव रीमारी सहित अन्य गांव के किसानों प्रयागराज जैसे महाकुंभ देखने को मिल रहा है अगर प्रशासनिक अधिकारी मामले को संज्ञान में लेकर वेरीफाई के पश्चात ही वितरण करेंगे तो निश्चित तौर पर किसानों को सरलता पूर्वक खाद मिल पाएगा अगर लापरवाही इसी तरह है चलती रही तो प्रभावशाली किसान दो बार तीन बार टोकन लेकर आधार की फोटो कॉपी ले जाकर अर्जित कर लेंगे यूरिया खाद का द्वितीय रैंक आने के बाद खाद की समस्या का निराकरण प्रशासन नहीं कर पा रहा है जब प्रशासनिक अधिकारी इस बात का दावा कर रहे हैं कि खाद की कोई समस्या नहीं है भंडारण पर्याप्त है इसके बावजूद भी आखिर क्यों समस्या खाद की बनी हुई है 

मनमानी दामों पर यूरिया खाद बेचा जा रहा किसानों को ,


प्रशासन की चुस्त दुरुस्त व्यवस्था के बावजूद जहां व्यापारी मनमानी पूर्ण तरीके से खाद के बिक्री करके किसानों को लूट रहे हैं वहीं पर ई बाजार इफको फर्टिलाइजर के प्रबंधक द्वारा किसानों से निर्धारित रेट 266 रुपए से अधिक साढे तीन ₹400 में वितरण किया जा रहा है प्रबंधक से इस संबंध में पूछे जाने पर कहा कि लेबर चार्ज किसानों से ही वसूल कर भुगतान किया जाएगा शासन स्तर पर लेबर को भुगतान करने के लिए कोई फंड एवं नियम नहीं है इस संबंध में शिकायतें भी एसडीएम तहसीलदार के समक्ष किसानों द्वारा किया गया है बरहाल देखना यह है कि निर्धारित रेट से अधिक दाम पर यूरिया खाद के मामले में वरिष्ठ अधिकारी समिति प्रबंधक एवं फर्टिलाइजर इफको प्रबंधक के विरुद्ध क्या कार्रवाई सुनिश्चित की जाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा यहां पर उल्लेखनीय बात यह है कि 202 टोकन आखिर किसानों को क्यों नहीं बनता गया हैइसे छुपा कर क्यों रखा गया है इन सब बातों से जाहिर होता है कि हाई लेवल दबाव आने पर किस को टोकन दिया जा सकता है ऐसी आम चर्चा का विषय बना हुआ है 

विधायक नरेंद्र प्रजापति ने वितरण व्यवस्था को लेकर किया औचक निरीक्षण,

मंनगवा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने समितियां एवं ई बाजार इफको फर्टिलाइजर में पहुंचकर वितरण व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें गोदाम के अंदर और बाहर न तो छाया की व्यवस्था आना ही पानी की व्यवस्था न होने पर भड़क गए और कहां किसानों को कोई परेशानी समस्या ना हो इस बात का ध्यान रखने की आवश्यकता है विधायक के दिशा निर्देश को दरकिनार करते हुए प्रबंधक एवं सम्मिट प्रबंधकों के द्वारा लापरवाही भारती जा रही है उचित रेट से अधिक रेट पर किसानों को खाद दिया जाने का भी मामला उजागर हुआ है इस मामले पर भी विधायक ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि निर्धारित रेट पर ही खाद्य का वितरण किया जाना सुनिश्चित करें बरहाल व्यवस्था में कोई सुधार नहीं दिख रहा है लचर व्यवस्था के चलते यूरिया खाद का वितरण मनमानी पूर्ण तरीके से चल रहा है 

विधायक से किसान श्रीकांत गौतम ने मनमानी की की शिकायत ,

विधायक नरेन्द्र प्रजापति के समक्ष जहां पर एसडीएम तहसीलदार मौजूद रहे उनके समक्ष लापरवाही की शिकायत किसान श्रीकांत गौतम ने करते हुए कहा की एक तो निर्धारित रेट से अधिक यूरिया खाद का वितरण किया जा रहा है विरोध करने पर प्रबंधक द्वारा किसानों को धाम किया भी दी जा रही है किसान की बात को विधायक ने तवज्जो नहीं दिया और उल्टा किसान श्रीकांत गौतम को ही हड़काने लगे जिस पर मामला शांत होने के बजाय हाई वोल्टेज ड्रामा किसान श्रीकांत गौतम का शुरू हो गया उपस्थित कुछ लोगों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और जाते-जाते किसान श्रीकांत गौतम ने कहा कि मुख्यमंत्री देव तलाव आ रहे हैं आप लोगों की शिकायत मुख्यमंत्री से करूंगा अपना विधायक जी खाद अपने पास रखे रहिए हमें नहीं चाहिए इतना कह कर किसान निराश होकर गोदाम से चला गया किंतु सवाल यह उठता है कि प्रशासनिक अधिकारियों के उपस्थिति में अधिक दाम पर किसानों से पैसा वसूला जाना और कार्यवाही प्रबंधक के विरुद्ध ना हो आश्चर्य की बात है जो यह मामला क्षेत्र में आम चर्चा का विषय बना हुआ है।