गोरबी गुरुद्वारे मे धूमधाम से मनाया गया प्रकाश पर्व ;

गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा गोरबी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश पर्व रविवार को मनाया गया, लेकिन इसे लेकर तैयारियां पहले ही शुरू हो चुकी थी। पूरे देश के गुरुद्वारों में या प्रकाश पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है प्रकाश पर्व के पुर गुरुद्वारे को फूलों से सजाया गया अखंड पाठ साहब शुक्रवार को रखा गया है इसके समाप्ति रविवार सुबह 9:00 बजे गुरुद्वारा साहिब में की गई 7 प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य पर बाबा जसवंत सिंह जी, धर्मेंद्र सिंह जी, बाबा संतोष सिंह जी ने शब्द कीर्तन किया
गोरबी गुरुद्वारे मे धूमधाम से मनाया गया प्रकाश पर्व ;
श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पहले प्रकाश पर्व पर रविवार को सुबह कीर्तन करने के लिए बनारस गुरुबाग से आये रागी जत्था भाई रक़म सिंह जी कीर्तन करने पहुंचे। इस पावन अवसर के लिए भाई रकम सिंह जी द्वारा संगत को कीर्तन वाणी से निहाल कर दिया। इस दौरान सिख परंपराओं की सेवा श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहने वाला है। सिखों के 5वें गुरु अर्जन देव जी ने 1604 में स्वर्ण मंदिर में पहली बार गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया था। 1430 अंग (पन्ने) वाले इस ग्रंथ के पहले प्रकाश पर संगत ने कीर्तन दीवान सजाए और बाबा बुड्डा जी ने बाणी पढ़ने की शुरुआत की। पहली पातशाही से छठी पातशाही तक अपना जीवन सिख धर्म की सेवा को समर्पित करने वाले बाबा बुड्डा जी इस ग्रंथ के पहले ग्रंथी बने।
गुरु अर्जन देव जी के शब्दों को भाई गुरदास ने लिखा,
1603 में 5वें गुरु अर्जन देव ने भाई गुरदास से गुरु ग्रंथ साहिब को लिखवाना शुरू करवाया, जो 1604 में संपन्न हुआ। नाम दिया 'आदि ग्रंथ'। 1705 में गुरु गोबिंद सिंह ने दमदमा साहिब में गुरु तेग बहादुर के 116 शब्द जोड़कर इन्हें पूर्ण किया। 1708 में दशम गुरु गोबिंद सिंह ने हजूर साहिब में फरमान जारी किया था, सब सिखन को हुकम है गुरु मान्यो ग्रंथ।' प्रकाश पर्व कार्यक्रम का कीर्तन तथा लंगर भारी बारिश के कारण गोरबी ग्राउंड के बगल में बने हॉल में किया गया । कीर्तन तथा अरदास का समापन दोपहर 3:30 बजे किया गया । जिसके बाद प्रसाद एवं लंगर गुरुद्वारा में आई समूह साध संगत
को वितरित किया गया। जिसमे सिंगरौली के कई साध संगत उपस्थित रहे। समस्त कार्यक्रम बहुत धूमधाम के साथ गोरबी गुरुद्वारा में मनाया गया। जिसमें मुख्य रुप से प्रकाश पर्व में एसडीपीओ मोरवा गौरव पांडेय आईपीएस, सीडीओ सोनभद्र जागृति अवस्थी आईएएस, एनसीएल गोरबी के अधिकारीगण के साथ ही कमिटी के हरचरण सिह, गुरुबचन सिंह, देवेंद्र पाल सिंह, तेजिंदर सिंह, तरसेम सिंह, मनमोहन सिंह, हरमीत सिंह, के साथ ही सिंगरौली की सेकड़ो संगत उपस्थित रही।
