जरा सी बारिश में रात भर बंद रहती है बिजली बिना कैरोसिन अंधेरे में रहने को मजबूर हैं गरीब, लॉकडाउन के बाद नहीं मिल रहा लोगों को केरोसिन, आखिर कहां गायब हो गया गरीबों का उजाला ;

देवतालाब क्षेत्र में लगातार बिजली विभाग द्वारा मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद बिजली की व्यवस्था में किसी भी प्रकार का सुधार नहीं हुआ है नई केवल लगाए जाने के बाद भी दिन भर के बिल फाल्ट होने एवं 33 के वी लाइट बंद होने जैसी समस्याएं सुनने को मिलती हैं जिससे आम जन जीवन पर बुरा असर पड़ रहा है। जहां एक और निरंतर 24 घंटे बिजली का देने का वादा करके सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी की सरकार अब इस समस्या से अपना मुंह मोड़ते नजर आ रही है या तो फिर सरकार की सुनने वाला कोई नहीं है अधिकारियों कर्मचारियों की मनमानी के कारण या समस्या उत्पन्न हो रही है या प्रदेश सरकार ने ही इस तरह की व्यवस्था बना रखी है यह समस्या परी है परिस्थिति चाहे जो भी हो भुगतना तो जनता को ही पड़ रहा है।
छात्रों का भविष्य हो रहा है चौपट,
सितंबर माह से स्कूलों कॉलेजों में परीक्षाओं का दौर शुरू हो जाता है और यहां जरा सी बारिश में बिजली रात रात भर बंद रहती है जिसके कारण छात्रों के पठन-पाठन में भी समस्या उत्पन्न रहती है आकर अंधेरे में गरीब छात्र कैसे पढ़ सकते हैं और कैसे आगे बढ़ सकते हैं। सरकार द्वारा कागज में बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए अनेकों घोषणाएं की जाती है परंतु बिजली की समस्या छात्रों के अध्ययन में एक बड़ी बाधा बनकर खड़ी है इस सरकार को सुलझाना होगा।
लॉकडाउन से बंद हुआ केरोसिन बिजली गुल हो जाते ही घरों में छा जाता है अंधेरा,
लॉकडाउन के पहले तक उचित मूल्य की दुकान पर प्रत्येक व्यक्ति को केरोसिन उपलब्ध हुआ करता था जिसके चलते बिजली चले जाने पर लोग चिमनी या लालटेन के माध्यम से घरों में उजाला करके अपना जीवन यापन करते थे और छात्र भी लालटेन या चिमनी के उजाले में अध्ययन का कार्य कर लिया करते थे परंतु अचानक से लॉकडाउन के दौरान से ही उचित मूल्य की दुकानों में या खुले बाजार में केरोसिन का मिलना बंद हो जाना गरीबों के घर में अंधकार फैलाने का काम किया है। निश्चित रूप से जरा सी बारिश में भी जब रात भर बिजली गोल रहती है तो गरीबों के घर में अंधकार रहता है। यदि गरीबों को केरोसिन उपलब्ध कराया जाता है तो निश्चित रूप से बिजली की के न रहने पर उनके घर में किसी भी तरह प्रकाश की व्यवस्था संभव हो सकती है् वैसे तो मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में केरोसिन वितरण किया जाता है परंतु मऊगंज जिले में देवतालाब विधानसभा क्षेत्र में कहीं भी उचित मूल्य की दुकानों में केरोसिन वितरण किए जाने की जानकारी नहीं है की वजह आखिर क्या है यह जांच का विषय है।
