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देवेंद्रनगर में लगेगा विशाल रक्तदान अभियान शिविर राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि की 18वीं पुण्यतिथि एवं विश्व बंधुत्व दिवस पर आयोजन

नरेंद्र बुधौलिया narendravindhyasatta@gmail.com अगस्त 11, 2025 03:36 PM   City:पन्ना

ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय जिला इकाई पन्ना द्वारा राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि की 18वीं पुण्यतिथि एवं विश्व बंधुत्व दिवस के अवसर पर 22 अगस्त को विशाल रक्तदान अभियान शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह शिविर सरकारी अस्पताल, देवेंद्रनगर में आयोजित होगा।



विशाल रक्तदान शिविर  की जानकारी देते हुए बैठक की फोटो -

इस संबंध में जानकारी देते हुए ब्रह्मकुमारी सीता बहिन ने कहा कि रक्तदान न केवल जीवन बचाने का महान कार्य है, बल्कि यह मानवता की सेवा का वास्तविक रूप है। उन्होंने भावपूर्ण शब्दों में कहा— "एक बूंद रक्त, एक नई सांस का उपहार है। यह सेवा न केवल शरीर को जीवन देती है, बल्कि समाज में करुणा, भाईचारे और एकता का संदेश भी फैलाती है।"

संस्था का उद्देश्य और वैश्विक विस्तार

ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थापना 1937 में सिंध (अब पाकिस्तान) में हुई थी, जिसका मुख्यालय माउंट आबू, राजस्थान में है। संस्था का उद्देश्य आत्मिक जागृति, नैतिक मूल्यों का पुनर्स्थापन, और विश्व शांति की स्थापना है। आज यह संस्था 140 से अधिक देशों में अपनी सेवाएं दे रही है, जहाँ लाखों लोग ध्यान, योग और सकारात्मक जीवन पद्धति से प्रेरित होकर अपने जीवन में सुख-शांति का अनुभव कर रहे हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, नारी सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में भी इसका योगदान उल्लेखनीय है।

रक्षाबंधन पर्व की आध्यात्मिक अभिव्यक्ति

इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी सीता बहिन ने उपस्थित पत्रकारों को रक्षाबंधन के पर्व पर रक्षा सूत्र बाँधा और शगुन स्वरूप यह संकल्प दिलाया कि वे अपने जीवन से एक बुराई दूर करेंगे तथा सकारात्मकता का नूतन संकल्प लेंगे। उन्होंने बताया कि ब्रह्मकुमारी परंपरा में रक्षाबंधन केवल भाई-बहन का पारंपरिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह आत्मा की परमात्मा से पवित्र बंधन जोड़ने का प्रतीक है— एक ऐसा बंधन जो मन, वचन और कर्म में पवित्रता, सद्भाव और निस्वार्थ सेवा की प्रेरणा देता है।

स्थानीय संस्था के संयोजक एवं संचालक डॉ. राजेश गमने ने ब्रह्मकुमारी संस्था की उत्पत्ति, उद्देश्यों और सेवाओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि यह संस्था जाति, धर्म, भाषा और देश की सीमाओं से ऊपर उठकर ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के सिद्धांत को साकार करती है। उन्होंने सभी को आगामी सितम्बर में माउंट आबू में आयोजित होने वाले त्रिदिवसीय आध्यात्मिक कार्यक्रम में आमंत्रित किया और सभी के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।