ताज़ा खबर

संजय गांधी अस्पताल गैंगरेप मामले में एनएसयूआई आक्रोशित, डिप्टी सीएम का पुतला दहन कर सौंंपा ज्ञापन।

रीवा। विंध्य सत्ता

संजय गांधी अस्पताल में नाबालिग लड़की से गैंगरेप की सनसनीखेज खबर के बाद राजनीतिक हलकों में आक्रोश गहराता जा रहा है। गुरुवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष पंकज उपाध्याय के नेतृत्व में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया और एसपी को ज्ञापन सौंपते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।


जारी प्रेस विज्ञप्ति में जिलाध्यक्ष पंकज उपाध्याय ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और प्रशासनिक तथा चिकित्सकीय जिम्मेदारियों पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि पीड़िता, अस्पताल प्रशासन और पुलिस तीनों पक्षों के बयान अलग-अलग हैं, जिससे पूरे मामले में संदेह की स्थिति बन गई है। अस्पताल परिसर में ही नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोप बेहद गंभीर हैं, लेकिन अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है।

एनएसयूआई ने ज्ञापन में मांग की है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कर सच्चाई सामने लाई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। साथ ही यह आशंका भी जताई कि मामले को दबाने के प्रयास किए जा सकते हैं, जिसमें किसी "बड़े व्यक्ति" की संलिप्तता की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।

एनएसयूआई ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि आगामी 48 घंटों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती, तो संगठन को बड़ा जनांदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से एनएसयूआई जिला अध्यक्ष पंकज उपाध्याय, संगठन मंत्री शिवम मिश्रा, उपाध्यक्ष सत्यम मिश्रा, शशिमोल तिवारी, आईटी अध्यक्ष अनुराग सिंह, विधानसभा अध्यक्ष संस्कार त्रिपाठी, महासचिव विमल पटेल, विश्वविद्यालय अध्यक्ष देवेश शुक्ला, टीआरएस अध्यक्ष निष्कर्ष मिश्र, लॉ कॉलेज अध्यक्ष प्रांशु द्विवेदी, अंकित सिंह गहरवार, जिला सचिव महेश प्रजापति, अजय सिंह, मृत्युंजय द्विवेदी, अनिरुद्ध द्विवेदी, प्रियांशु मिश्रा, आशुतोष शुक्ला, ऋतिक तिवारी, रमन सिंह, राजीव पांडे, कुलदीप सिंह, चंद्रप्रकाश मिश्रा, विनय साकेत, अरुण साकेत, आकाश तिवारी सहित सैकड़ों की संख्या में छात्र नेता उपस्थित रहे।