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मुफ्त इलाज का दावा झूठा! अस्पतालों में दवाएं नदारद, बाजार पर निर्भर गरीब मरीज –

नरेंद्र बुधौलिया narendravindhyasatta@gmail.com अगस्त 20, 2025 10:34 AM   City:रीवा

प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। सरकार हर साल करोड़ों रुपये का बजट स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जारी करती है और मंचों से “मुफ्त इलाज व दवा” देने की घोषणा करती है, लेकिन धरातल पर तस्वीर बिल्कुल उलट है। जिला मुख्यालय रीवा सहित कई सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवाएं उपलब्ध नहीं हो रही हैं।

संजय गाँधी स्मृति  चिकित्सालय ;-

अस्पताल में दवा नहीं, बाजार से खरीदो;

इलाज कराने आए मरीजों और उनके परिजनों का कहना है कि डॉक्टर पर्ची लिख देते हैं, लेकिन अस्पताल की फार्मेसी में दवा उपलब्ध नहीं होती। मजबूरी में उन्हें बाहर की मेडिकल दुकानों से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। कई मरीजों को इंजेक्शन और जरूरी टेस्ट भी निजी दुकानों व लैब्स में कराने पड़ रहे हैं।

एक गरीब मरीज के परिजन ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा – डॉक्टर पर्ची देते हैं, लेकिन दवा अस्पताल में नहीं मिलती। बाहर से खरीदो या इलाज छोड़कर घर जाओ। हम गरीब लोग बच्चों और बुजुर्गों का इलाज कैसे कराएं?

इलाज में देरी और मौत तक की नौबत;

अस्पतालों में जरूरी दवाएं और संसाधन न मिलने से इलाज में देरी होती है। कई बार पैसों की कमी के चलते गरीब मरीज दवा नहीं खरीद पाते और उनकी हालत गंभीर हो जाती है। परिजन बताते हैं कि कुछ मामलों में मरीजों की जान तक चली गई है।

सवाल – करोड़ों का बजट कहां जा रहा?-

स्वास्थ्य विभाग हर साल करोड़ों रुपये खर्च करने का दावा करता है। योजनाओं के नाम पर राशि स्वीकृत होती है। बावजूद इसके जब अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवा ही नहीं मिलती, तो यह बड़ा सवाल है कि आखिर यह बजट कहां जा रहा है? क्या यह केवल कागजों और फाइलों तक ही सीमित रह गया है?

उपमुख्यमंत्री के क्षेत्र में ही बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं

सबसे गंभीर सवाल यह है कि यह हालात उस क्षेत्र के हैं, जहां से सूबे के स्वास्थ्य मंत्री और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल विधायक हैं। जब उनके अपने विधानसभा क्षेत्र रीवा में स्वास्थ्य सेवाएं इस कदर बदहाल हैं, तो प्रदेश के अन्य जिलों में स्थिति कैसी होगी? यह एक यक्ष प्रश्न बनकर खड़ा हो गया है

इस मामले पर जब अस्पताल प्रबंधन से सवाल किया गया तो—

राहुल मिश्रा, अधीक्षक, संजय गांधी अस्पताल;-

राहुल मिश्रा, अधीक्षक, संजय गांधी अस्पताल ने कहा कि मरीजों को बेहतर इलाज और दवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। कुछ दवाओं की कमी बीच-बीच में रहती है, जिसे जल्द दूर करने का प्रयास है।

अक्षय श्रीवास्तव, अधीक्षक, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल रीवा ;-

अक्षय श्रीवास्तव, अधीक्षक, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल रीवा ने सफाई दी कि दवाओं की सप्लाई मेडिकल कॉरपोरेशन से होती है। कई बार स्टॉक आने में देरी हो जाती है। हम मरीजों को बिना दवा लौटाने के पक्ष में नहीं हैं और व्यवस्था सुधारने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।

कांग्रेस का हमला;

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा;-

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ घोषणाओं और दिखावे की राजनीति कर रही है। उपमुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र में ही अस्पतालों में दवाएं नदारद हैं, तो प्रदेश के अन्य हिस्सों में क्या हाल होगा, इसकी कल्पना की जा सकती है। यह सरकार पूरी तरह से जनविरोधी साबित हो चुकी है।