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कलेक्टर रीवा ने सहायक ग्रेड-3 अभिराम मिश्रा की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त की।

नरेंद्र बुधौलिया narendravindhyasatta@gmail.com अगस्त 20, 2025 02:58 PM   City:रीवा

रीवा कलेक्ट्रेट कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 अभिराम मिश्रा की सेवाएं कलेक्टर प्रतिभा पाल ने तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं। यह कार्रवाई उस समय की गई जब मिश्रा द्वारा प्रस्तुत कम्प्यूटर दक्षता प्रमाणीकरण परीक्षा (सीपीसीटी) का प्रमाण पत्र कूटरचित पाया गया। जांच में सामने आया कि मिश्रा ने चार वर्ष आठ माह 20 दिन की सेवा अवधि पूर्ण करने के बावजूद सीपीसीटी परीक्षा पास नहीं की थी और असफल होने के बाद भी उत्तीर्ण स्कोर कार्ड बनाकर प्रस्तुत किया।

कलेक्टर कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि यह कृत्य कदाचार की श्रेणी में आता है और सामान्य प्रशासन विभाग के परिपत्र क्रमांक सी 3-12/2013/1/3 भोपाल दिनांक 29 सितम्बर 2014 की कंडिका 6.5 तथा नियुक्ति पत्र की शर्त क्रमांक तीन का सीधा उल्लंघन है। इसी आधार पर मिश्रा की सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लिया गया।

अनुकंपा नियुक्ति पर मिली थी नौकरी;

अभिराम मिश्रा को अनुकंपा नियुक्ति के आधार पर 25 नवम्बर 2020 को सहायक ग्रेड-3 के पद पर पदस्थ किया गया था। उनके पिता, शासकीय कन्या हाईस्कूल घोघर रीवा के प्राचार्य अंबिकेश मिश्रा का निधन 3 जून 2018 को हो गया था। नियुक्ति पत्र में यह शर्त जोड़ी गई थी कि तीन वर्ष के भीतर मान्यता प्राप्त संस्थान से कम्प्यूटर डिप्लोमा एवं सीपीसीटी परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा।

सत्यापन में खुली पोल;

नियम के मुताबिक परिवीक्षा अवधि समाप्ति के लिए मिश्रा ने आवेदन प्रस्तुत किया और उसमें सीपीसीटी प्रमाण पत्र संलग्न किया। लेकिन सत्यापन के दौरान यह प्रमाण पत्र सीपीसीटी की वेबसाइट पर मान्य नहीं पाया गया। इसके बाद मिश्रा से पुनः प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। उन्होंने स्वप्रमाणित दूसरा प्रमाण पत्र भी दिया, लेकिन वह भी वेबसाइट पर सत्यापित नहीं हुआ।

स्थिति संदिग्ध पाए जाने पर प्रमाण पत्र को एमपीएसईडीसी स्टेट आई सेंटर भोपाल भेजा गया। वहां से मिली रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि मिश्रा द्वारा प्रस्तुत प्रमाण पत्र में गंभीर त्रुटियां हैं और अनुत्तीर्ण अंक को कूटरचित तरीके से उत्तीर्ण दर्शाया गया है।

कारण बताओ नोटिस के बाद हुई कार्रवाई

इस कृत्य पर कलेक्टर कार्यालय द्वारा मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, लेकिन उनका जवाब असंतोषजनक पाया गया। इसके बाद प्रशासन ने कठोर कदम उठाते हुए उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दीं।

कलेक्टर प्रतिभा पाल ;

कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि शासन की सेवा में पारदर्शिता और ईमानदारी सर्वोपरि है। कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत करने वाले किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई भी शासकीय कर्मचारी ऐसे कदाचार का प्रयास न कर सके।