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सिंगरौली में मिठाई के नाम पर मीठा जहर बेचने वाला गिरोह सक्रिय खाद्य सुरक्षा विभाग सिर्फ सैंपलिंग तक सीमित जानलेवा हो सकती है यह जहरीली मिठाई

उमाकांत द्विवेदी umakantdwivedi@gmail.com अगस्त 20, 2025 11:56 AM   City:सिंगरौली

सिंगरौली जिले में इन दिनों मिठाई के नाम पर मीठा जहर बेचने वाला गिरोह सक्रिय हो चुका है यह गिरोह जिले के सभी छोटे-बड़े बाजार क्षेत्र में अपनी दुकान खोल रखा है इन मिठाई की दुकानों में ग्राहकों को लूटने की पूरी साजिश रची गई है आकर्षक दुकानें एवं रंग बिरंगी चमकीली मिठाइयां तैयार कर ग्राहकों को लुभाने का खेल चल रहा है जबकि हकीकत यह है कि जितनी मिठाइयों की बिक्री इन दुकानों से होती है उतना सिंगरौली जिले में दूध का उत्पादन नहीं होता फिर इन्हें दूध मावा कहां से मिलता है यह बहुत बड़ा सवाल है,यदि दूसरे जिले से दूध मंगाया जाता है तो उस दुध व मावे  की गुणवत्ता भी संदेह के घेरे में है इधर खाद्य सुरक्षा विभाग सिर्फ इन मिठाई दुकानों से सैंपलिंग लेने तक सीमित है त्यौहार का सीजन चल रहा है रक्षाबंधन त्यौहार के अवसर पर जमकर मिठाइयों की खरीदी हुई  पूरा महीना त्योहार से भरा पड़ा है ऐसी स्थिति में मिठाइयों की खरीदी पूरे महीने तक होने वाली है लेकिन मिठाइयों की शुद्धता की जांच रिपोर्ट कब आएगी यह खाद्य सुरक्षा विभाग भी बताने को तैयार नहीं है



ऐसे तैयार किया जाता है मीठा जहर;

दूध और मावे मे सबसे ज्यादा मिलावट;

मिठाई बनाने में दूध और मावे का सबसे ज्यादा उपयोग होता है ऐसे में इन्ही खाद्य पदार्थों में सबसे ज्यादा मिलावटी होती है दूध में यूरिया, वाशिंग पाउडर, डिटर्जेंट, रंग, या वनस्पति घी मिलाया जाता है 

नकली खोवा बनाने के लिए घटिया मिल्क पाउडर, चूना, चाक, मैदा, शकरकंद, सिंघाड़े का आटा या आलू का इस्तेमाल होता है फैट निकालने के बाद चिकनाहट लाने के लिए रिफाइंड तेल और डिटर्जेंट मिलाया जाता है

चांदी का वर्क नकली;

 मिठाइयों को आकर्षित बनाने के लिए चांदी का वर्क लगाने की प्रथा शामिल कर ली गई है चाँदी के वर्क में एल्यूमीनियम मिलाया जाता है जो सेहत के लिए हानिकारक है

रंग और खुशबू जानलेवा;

मिठाइयों में आकर्षक दिखने के लिए खतरनाक रासायनिक रंग मिलाए जाते हैं वहीं खुशबू के लिए भी सिंथेटिक या हानिकारक केमिकल मिलाए जाते हैं लगातार सेवन करने से यह जानलेवा भी हो सकते हैं

खाद्य सुरक्षा विभाग सिर्फ सैंपलिंग तक सीमित;

इन मिठाई दुकान मे मिलावटी रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग सिर्फ सैंपलिंग तक सीमित रह गया है रक्षाबंधन त्योहार से पूर्व जिले के कुछ मिष्ठान दुकानों से सैंपल जरूर लिए गए लेकिन आज तक शुद्धता की जांच रिपोर्ट का पता नहीं चल रहा है यही नहीं हर वर्ष मिठाइयों के नमूने लिए जाते हैं और प्रयोगशाला में भेजे जाते हैं लेकिन प्रयोगशाला से क्या रिपोर्ट आती है उसे सार्वजनिक नहीं किया जाता

राजस्थान मिष्ठान देवसर संदेह  के घेरे में;

जिले के देवसर बाजार में संचालित राजस्थान मिष्ठान पर पिछले दिनों छापा मार करवाई हुई थी गोदाम सील कर दिया गया था लेकिन इन दिनों फिर से मिठाई बेचने की खुली छूट दे दी गई है ऐसी स्थिति में त्योहार के सीजन पर मिलावट होने की आशंका व्यक्त की जा रही है हालांकि खाद्य सुरक्षा विभाग ने सैंपल भेजा है पर जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक दुकान संचालक पर भरोसा करना उचित नहीं होगा।