सीएम के मऊगंज दौरे के विरोध के 24 घंटे में बड़ा फेरबदल : रीवा रेंज के डीआईजी राजेश सिंह का तबादला, नए डीआईजी बने हेमंत चौहान।

रीवा जिले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मऊगंज (देवतालाब) दौरे के दौरान भारी विरोध प्रदर्शन और प्रशासनिक तनाव के बाद प्रशासन ने बड़ा फेरबदल किया है। मुख्यमंत्री के दौरे के केवल 24 घंटे के भीतर रीवा रेंज के डीआईजी राजेश सिंह का तत्काल प्रभाव से भोपाल स्थानांतरित कर दिया गया। उनकी जगह अब हेमंत चौहान को नया डीआईजी नियुक्त किया गया है। चौहान इससे पहले पुलिस मुख्यालय भोपाल की एससीआरबी शाखा में पदस्थ थे।
यह बदलाव गडरा कांड के तुरंत बाद हुए पिछले तबादले की परंपरा को आगे बढ़ाता है। उल्लेखनीय है कि 23 मार्च 2025 को गडरा कांड के चलते तत्कालीन डीआईजी साकेत पांडेय को हटाकर राजेश सिंह को रीवा रेंज की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सिंह ने 25 मार्च 2025 को पदभार संभाला था। इस प्रकार उनका कार्यकाल छह महीने से भी कम समय में समाप्त हो गया।
विशेष रूप से इस प्रशासनिक फेरबदल का समय चर्चा का केंद्र बना हुआ है, क्योंकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार, 7 सितंबर 2025 को मऊगंज के देवतालाब विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर रहे थे। इस दौरान खाद की किल्लत के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था। पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना की अगुवाई में करीब 3-4 हजार किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे थे।
प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को खाद संकट के संबंध में ज्ञापन देने का प्रयास किया, लेकिन प्रशासन ने उन्हें मऊगंज-बायपास पर रोक दिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई, जिसमें कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोड़ने का प्रयास किया। बाद में भारी पुलिस बल ने कई प्रदर्शनकारियों के साथ पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना को भी गिरफ्तार कर स्थिति को नियंत्रित किया।
इस घटनाक्रम के बाद यह फेरबदल प्रशासनिक मजबूरी या सियासी समीकरणों की वजह से किया गया माना जा रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि मुख्यमंत्री के दौरे के तुरंत बाद यह कदम उठाने से साफ संकेत मिलते हैं कि सरकार गंभीरता से विरोध प्रदर्शनों और प्रशासनिक प्रभावशीलता पर ध्यान दे रही है।
