रीवा में ऐतिहासिक जगन्नाथ रथ यात्रा की भव्य तैयारियां शुरू, महाराज पुष्पराज सिंह की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक।

27 जून को किला परिसर से प्रारंभ होगी 361 वर्षों की परंपरा को संजोए यह अलौकिक यात्रा।
रीवा। विंध्य सत्ता
रीवा की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को जीवंत करती भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथ यात्रा को इस वर्ष विशेष भव्यता और गरिमा के साथ आयोजित किए जाने की तैयारियां तेज़ हो गई हैं। इसी क्रम में महाराज पुष्पराज सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें आयोजन समिति, धर्माचार्य, सामाजिक प्रतिनिधि और प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे।
बैठक का उद्देश्य आगामी जगन्नाथ रथ यात्रा रीवा की तैयारियों जैसे रथ मार्ग, सुरक्षा, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और समन्वय को लेकर ठोस निर्णय लेना था।
रथ मार्ग की मरम्मत प्राथमिकता में
बैठक में सबसे पहले बिछिया से किला मार्ग तक की क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत पर चर्चा हुई। सीवेज लाइन निर्माण कार्य के कारण सड़क की स्थिति दयनीय हो गई है, जिससे 361 वर्षों पुराने ऐतिहासिक रथ को नुकसान पहुंचने की आशंका है। अतः इसकी तत्काल मरम्मत कराने की मांग की गई।
जगन्नाथ रथ यात्रा रीवा नाम से होगा प्रचार-प्रसार
रथ यात्रा को अब आधिकारिक रूप से जगन्नाथ रथ यात्रा रीवा के नाम से प्रचारित और प्रसारित किया जाएगा, जिससे इसकी ऐतिहासिकता और पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा मिल सके।
अब तक की सबसे भव्य यात्रा की तैयारी
इस वर्ष की रथ यात्रा को अब तक की सबसे भव्य, भक्ति-रस से ओतप्रोत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध यात्रा बनाने की योजना बनाई गई है। झांकियां, भक्ति संगीत, पारंपरिक वेशभूषा, मार्ग की विशेष सजावट और शंखध्वनि से यह आयोजन एक अलौकिक स्वरूप लेगा।
यात्रा मार्ग और समय निर्धारण
यात्रा का पारंपरिक मार्ग तय किया गया जिसमें से प्रमुख रूप से किला , उपरहटी, सिटी कोतवाली ,फोर्ट रोड, मानस भवन रथ यात्रा 27 जून 2025 को शाम 4 बजे किला परिसर से प्रारंभ होगी।
361 वर्षों की परंपरा को करती है जीवंत
यह यात्रा सबसे पहले 1664 ईस्वी में महाराज भावदेव सिंह जूदेव द्वारा शुरू की गई थी। यह न केवल धार्मिक आयोजन है, बल्कि रीवा की ऐतिहासिक परंपरा, राजपरिवार की श्रद्धा और जनता की आस्था का प्रतीक है।
महाराज पुष्पराज सिंह का आयोजन को लेकर आह्वान
महाराज पुष्पराज सिंह ने कहा कि यह आयोजन रीवा की धार्मिक अस्मिता और गौरव का विषय है। उन्होंने समस्त विभागों से समन्वय बनाकर, समयबद्ध तैयारियों के साथ आयोजन को सफल बनाने की अपील की।
नगर में उत्सव जैसा माहौल
नगरवासियों में रथ यात्रा को लेकर विशेष उत्साह है। भक्तगण इस ऐतिहासिक आयोजन को भव्य रूप में देखने को लेकर अत्यंत उत्सुक हैं और इसमें सहभागिता के लिए तैयार हैं।
जगन्नाथ रथ यात्रा रीवा न केवल धार्मिक आस्था, बल्कि रीवा की सांस्कृतिक चेतना और ऐतिहासिक परंपरा का गौरवशाली प्रतीक है।
बैठक में उपस्थित प्रमुखरूप से डॉ. प्रभाकर चतुर्वेदी, दीनानाथ शास्त्री, महेंद्र अवधिया, राकेश सिंह, शिवाली सिंह, प्रद्युम्न सिंह, मनीष सिंह मलकानी, अलका तिवारी, रमेश गौतम, मुकेश तिवारी, कमता तिवारी, असद खान, महेन्द्र शुक्ला, विक्रम द्विवेदी सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।
