ताज़ा खबर

मंनगवा में निकल गई तिरंगा यात्रा पूर्व वर्तमान विधायक चर्चाएं सुर्खियों में

सुरेंद्र कुसमाकर surendrakushmakarvindhyasatta@gmail.com अगस्त 14, 2025 01:34 PM   City:मनगवां ,रीवा

मंनगवा में निकल गई सैनिकों के सम्मान एवं शहीद हुए सैनिकों के साथ साथ घर-घर तिरंगा हर घर स्वच्छता का संदेश तिरंगा यात्रा के माध्यम से देने का कार्य समूचे देश में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल निर्देशन पर चल रहा है 

 हर घर तिरंगा  हर घर स्वच्छता का संदेश -

किंतु एक दूसरे के प्रबल विरोधी रहे पूर्व विधायक डॉक्टर पंचू लाल प्रजापति एवं वर्तमान विधायक इंजीनियर नरेंद्र प्रजापति कार्यक्रम में साझा करते हुए एक साथ दिखे ऐसा महसूस हो रहा है कि तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए योजनाबद्ध तरीके से जहां डॉक्टर पंचू लाल प्रजापति पूर्व विधायक सर में तिरंगा वाली टोपी धारण किए हुए हैं वर्तमान विधायक इंजीनियर नरेंद्र प्रजापति पहनने का पोशाक पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक की जैकेट का कलर एक ही है राजनीति में वास्तविक तौर पर सब कुछ जायज है कुछ गलत नहीं है यहां पर इस बात का उल्लेख करना अनिवार्य है कि भारतीय जनता पार्टी के ओरिजिनल कार्यकर्ता डॉक्टर पंचू लाल प्रजापति हैं जिन्हें राजनीति की परिभाषा सिखाने वाले स्वर्गीय दादा मणिराज सिंह थे उन्होंने राजनीति में प्रवेश कराया देवतालाब विधानसभा से चुनाव लड़े निर्वाचित हुए देवतालाब विधानसभा क्षेत्र आरक्षण से मुक्त होने के बाद मंनगवा को आरक्षित एक दूसरे के कट्टर विरोधी रहे स्वर्गीय कुमार अर्जुन सिंह एवं स्वर्गीय श्री युक्त श्रीनिवास तिवारी की सीट को आरक्षित करवा दिया गया आरक्षित हो जाने के बाद यहां की जनता यह समझने लगी अस्तित्व इस विधानसभा क्षेत्र का समाप्त हो गया है आया यहीं से विकास का पहिया रुक गया किंतु आरक्षित होने के बावजूद भी वर्ष 2008 में पूर्व विधायक डॉ पंचू लाल प्रजापत की पत्नी पन्ना बाई को भाजपा ने टिकट दिया विधायक बनी वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में फिर भाजपा ने पन्ना भाई को चुनाव मैदान में उतारा और कम अंतर 274 बोट पराजित हो गई और बसपा की प्रत्याशी रही शीला त्यागी विधायक बनी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में डॉक्टर पंचू लाल को भाजपा ने टिकट दिया और लगभग 16000 मतों से कांग्रेस की बबीता साकेत को पराजित कर विधायक बने यहां तक सब कुछ ठीक-ठाक भाजपा में था किंतु 2023 के विधानसभा चुनाव में पंचू लाल के किए हुए कर्मों का खामियाजा राशिद करना पड़ा टिकट से वंचित हो गए और भाजपा ने आरएसएस का चेहरा यानी कि इंजीनियर नरेंद्र प्रजापति को अधिकृत प्रत्याशी घोषित करने के बाद विरोध की शुरुआत हुआ विधानसभा चुनाव में भी काफ़ी भीतर घात होने के बावजूद भी इंजीनियर नरेंद्र प्रजापति 32000 के मतों से कांग्रेस की प्रत्याशी बबीता साकेत को पराजित कर विधानसभा में पहुंचे और पौने दो वर्ष का समय बीत जाने के बाद चुनावी रंजिश चला रहा यहां तक की डॉक्टर पंचू लाल प्रजापति दूसरे के प्रवल विरोधी थे बुराइयां भी किया करते थे बरहाल आयोजित मंनगवा में तिरंगा रैली का कार्यक्रम समापन की ओर था अचानक वेशभूषा परिवर्तित कर सभा स्थल पर पूर्व विधायक डॉ पंचू लाल प्रजापति पहुंचे सारी गिलवास शिकायत को दूर करते हुए एक दूसरे का हाल-चाल देखें किंतु कहते हैं की दिल का चोट कहीं ना कहीं झलकता है पर आज निश्चित तौर पर झलक क्या बाहर निकाल कर आया जो वर्तमान और पूर्व विधायक को एक मंच में एक साथ बैठकर गुप्त राजनीतिक परिचर्चा निकाल कर बाहर आई है राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है बरहाल इस कार्यक्रम में भाजपा का बिखरा गुड को समेटने का काम एसडीम संजय जैन ने किया और जो पूर्व विधायक पंचू लाल प्रजापत के समर्थक विधायक नरेंद्र प्रजापति किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होते थे आज संसदीय भाषा का प्रयोग करते थे कुछ ऑडियो भी वायरल हुआ जिसमें गाली गलौज राई बोय देवा देवै बहुत ही चक्कर में न ना रहे नाते नाते आज के तिरंगा रैली में सारे शिकवा सिखाएं चाहे जो भी मजबूरी रही हो पंचू लाल प्रजापति पूर्व विधायक के समर्थक भी शामिल हुए और पूर्व विधायक स्वयं वर्तमान विधायक नरेंद्र प्रजापति एक साथ बैठे जो वास्तविक तौर पर इसे कहते हैं राजनीति में सब कुछ जायज है कुछ भी गलत नहीं है पब्लिक को दिखाने के लिए एक दूसरे के विरोधी बने रहते हैं और रात जब होती है एक साथ बैठकर रणनीति तैयार करते हैं जिसका जीता जागता प्रमाण तिरंगा रैली में साबित हो गया है।