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बच्चों के खेलने के लिए शहर में बनाए गए पार्क बदहाल, बच्चो व बुजुर्गों एवं महिलाओं को सांप बिच्छुओं का डर,कभी भी हो सकती है बड़ी घटना?

जुनैद खान junaidkhanvindhyasatta@gmail.com अगस्त 25, 2025 11:24 AM   City:शहडोल

शहर को सुंदर बनाने के लिए शहर के अलग अलग क्षेत्रों में करोड़ों रुपये की लागत से पार्क बनाए गए हैं, लेकिन अब इन पाकों की स्थिति बदहाल है। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते किसी पार्क में कुर्सी टूटी हुई है, तो किसी में लाइट नहीं है, किसी में सुरक्षा के लिए गार्ड नहीं हैं, तो किसी में बच्चों के खेलने के लिए लगाए झूले पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हैं। बरसात के मौसम में इन पार्क में जगह-जगह घास उग आई है। इसके चलते कीड़े मकोडों का खतरा अलग है।

 बच्चों के खेलने के लिए शहर में बनाए गए पार्क बदहाल;-

टैगोर पार्क में संसाधनों का हाल खराबः बात करें जिला मुख्यालय के टैगोर पार्क की तो यहां पर जो झूले आदि सामान लगे हैं वह जंग खा चुके हैं। इन पर खेलने से बच्चे चोटिल होते हैं। इनके रखरखाव पर ध्यान ने दिए जाने से यह हाल है। बरसात में इनकी हालत और ज्यादा जर्जर हो चुकी है। इसके साथ साथ यहां पर सांप बिच्छू का डर ज्यादा है। यहां वहां उग आई घास को ठीक नहीं किया गया है। हेडगेवार पार्क जहां कुछ भी नहीं बचाः संघ कार्यालय के ठीक बगल से तैयार किया गया डा हेडगेवार पार्क में तो न कुर्सी बैठने को बचीं और न ही बच्चों के लिए झूले सही सलामत हैं। यहां पर अब पार्क में ताला डला रहता है। यहां पर आसपास के दुकानदार कचरा फेक रहे हैं। शुरूआत में कुछ दिन यह पार्क बेहद रंगीन रहा लेकिन अब यह पूरी तरह से गमगीन नजर अध रहा है। वीरान और सुनसान पड़ा रहता है। शहीद पार्क में रहता है शराबियों का जमघटः कोतवाली के ठीक पास स्थित शहीद पार्क अब तक नगरपालिका विकसित नहीं करा पाई है। हालत यह है कि दिन के समय यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी जरूर यहां बैठकर कुछ समय बतियाते हुए नजर आते हैं लेकिन शाम होते ही यहां पर असामाजिक तत्व व शराबियों का जमावड़ा लग जाता है। यहां भी स्थिति ठीक नहीं। रेलवे का पार्क अपनी सुंदरता को पूरी तरह से खो चुका है। पांडवनगर में जीडीसी के पास बाल उद्यान में भी कुछ नहीं बचा। विवेकानंद पार्क में अक्सर ताला ही "पड़ा हुआ रहता है। सुमन सरोवर के आसपास की कुर्सीयां टूट चुकी हैं बैठने तक की जगह नहीं।

 इनका कहना है ,

यह सही है कि पार्क बच्चों व बुजुर्गों के लिए एक समय बिताने का अच्छा साधन होते हैं। बरसात के खत्म होते ही इन पर ध्यान दिया जाएगा। इनको व्यवस्थित किया जाएगा।