प्रदेशभर में शुरू हुई डायल 112 सेवा, अपराध और आपात स्थितियों में होगा तेज़ रिस्पांस।

प्रदेश में अब पुलिस सहायता के लिए डायल 100 की जगह डायल 112 सेवा शुरू हो गई है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राजधानी भोपाल से पूरे प्रदेश के लिए 112 नंबर की गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसी क्रम में रविवार को रीवा जिले को भी 34 नई पुलिस गाड़ियां प्राप्त हुईं, जिनका ट्रायल रन संपन्न कराया गया।
रीवा को मिलीं 34 आधुनिक पुलिस गाड़ियां।;
रीवा को मिली इन नई गाड़ियों में स्कॉर्पियो और बोलेरो जैसे अत्याधुनिक वाहन शामिल हैं। इन वाहनों को विशेष रूप से पुलिसिंग की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। गाड़ियों में वायरलेस सेट, जीपीएस ट्रैकिंग और अन्य आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं, जिससे पुलिस टीम घटनास्थल तक तुरंत पहुंच सके।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नई गाड़ियों के आने से रिस्पांस टाइम पहले की तुलना में काफी बेहतर होगा। अब जनता को किसी भी आपात स्थिति में डायल 112 नंबर पर कॉल कर तत्काल मदद मिल सकेगी। अधिकारियों का यह भी मानना है कि गाड़ियों के बेहतर संसाधनों की वजह से न केवल आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान होगा बल्कि अपराध नियंत्रण और अपराधियों पर नकेल कसने में भी आसानी होगी।
रीवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि जल्द ही ये सभी गाड़ियां जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों पर दिखाई देंगी। उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि इन वाहनों के जरिए पुलिस जनता की मदद के लिए और अधिक सक्रिय व तत्पर होगी। इससे रीवा जिले में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी और लोग खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे।
अब तक जनता पुलिस सहायता के लिए डायल 100 नंबर पर कॉल करती थी, लेकिन यह सेवा बदलकर डायल 112 कर दी गई है। इसके अंतर्गत पुलिस, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस जैसी आपात सेवाओं को भी आपस में जोड़ा गया है। यानी नागरिकों को अलग-अलग नंबर याद रखने की आवश्यकता नहीं होगी, केवल 112 नंबर डायल करने पर ही मदद उपलब्ध हो जाएगी।
